वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट रिकॉर्ड्स की दुनिया में आपका स्वागत है। आज हम कुछ सबसे रोमांचक और ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स के बारे में बात करेंगे, जो क्रिकेट के इस प्रारूप में बनाए गए हैं।
सबसे पहले, बात करते हैं सर्वाधिक रनों की। भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने वन डे क्रिकेट में 18,426 रन बनाए हैं, जो अब तक का सर्वोच्च स्कोर है। उन्होंने 463 मैचों में 49 शतकों और 96 अर्धशतकों के साथ यह उपलब्धि हासिल की। उनके बाद श्रीलंका के कुमार संगकारा और ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग का नंबर आता है, लेकिन सचिन का रिकॉर्ड अभी भी अटूट है।
अब बात करते हैं सबसे तेज शतक की। दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स ने 2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सिर्फ 31 गेंदों में शतक जड़ा था। यह वन डे इतिहास का सबसे तेज शतक है। उनकी 149 रनों की पारी में 16 छक्के और 9 चौके शामिल थे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
वन डे में एक पारी में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड भारत के रोहित शर्मा के नाम है। 2014 में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने 264 रन बनाए, जिसमें 33 चौके और 9 छक्के शामिल थे। यह न केवल वन डे, बल्कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में एक बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है।
गेंदबाजी की बात करें तो श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने वन डे में 534 विकेट लिए हैं, जो किसी भी गेंदबाज द्वारा सबसे ज्यादा है। उनके बाद पाकिस्तान के वसीम अकरम और श्रीलंका के ही चमिंडा वास हैं। एक मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड भी श्रीलंका के चमिंडा वास के नाम है, जिन्होंने 2001 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 8 विकेट लिए थे।
टीम रिकॉर्ड्स की बात करें तो वन डे में सबसे बड़ा स्कोर इंग्लैंड के नाम है। 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 50 ओवर में 6 विकेट पर 481 रन बनाए। वहीं, सबसे कम स्कोर का रिकॉर्ड जिम्बाब्वे के नाम है, जिन्होंने 2004 में श्रीलंका के खिलाफ सिर्फ 35 रन बनाए थे।
फील्डिंग में, दक्षिण अफ्रीका के जॉन्टी रोड्स का नाम सबसे ऊपर है। उन्होंने 105 कैच लपके, जो किसी भी गैर-विकेटकीपर द्वारा सबसे ज्यादा है। विकेटकीपिंग में, श्रीलंका के कुमार संगकारा ने 482 शिकार किए, जिसमें 383 कैच और 99 स्टंपिंग शामिल हैं।
साझेदारी के मामले में, वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और मार्लोन सैमुअल्स ने 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ 372 रनों की साझेदारी की, जो वन डे में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है।
वन डे क्रिकेट में ये रिकॉर्ड खिलाड़ियों की मेहनत, प्रतिभा और जुनून को दर्शाते हैं। ये उपलब्धियां न केवल खेल को रोमांचक बनाती हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित भी करती हैं। क्रिकेट के इस सफर में नए रिकॉर्ड बनते रहेंगे, लेकिन इन ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स की चमक हमेशा बरकरार रहेगी।
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