नमस्ते दोस्तों, आज हम बात करेंगे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर यानी आरसीबी और पंजाब किंग्स के बीच हुए उस रोमांचक आईपीएल 2025 मैच की, जो बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया। इस मैच के दौरान 'विंटेज आरसीबी' ट्विटर पर खूब ट्रेंड कर रहा था। आखिर क्यों? आइए जानते हैं।
18 अप्रैल 2025 को हुए इस मैच में बारिश ने खलल डाला, जिसके कारण यह 14 ओवर प्रति पक्ष का खेल बन गया। पंजाब किंग्स ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया। आरसीबी की बल्लेबाजी शुरू हुई, और स्टेडियम में लाल जर्सी में समर्थकों का समुद्र उत्साह से लबरेज था। लेकिन जल्द ही यह उत्साह निराशा में बदल गया। आरसीबी की शुरुआत बेहद खराब रही, और सिर्फ 8 ओवर में वे 42 रन पर 7 विकेट खो चुके थे। यह नजारा प्रशंसकों को 2017 के उस कुख्यात मैच की याद दिला गया, जब कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ ईडन गार्डन्स में आरसीबी मात्र 49 रनों पर ढेर हो गई थी। उस समय भी आरसीबी की बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई थी।
सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने इस पतन को 'विंटेज आरसीबी' कहकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। ट्वीट्स की बाढ़ आ गई, जैसे एक यूजर ने लिखा, "चिन्नास्वामी का ड्रेनेज सिस्टम दुनिया का दूसरा सबसे अच्छा है, जो आरसीबी की जीत की हर उम्मीद को बहा ले जाता है।" यह हार का पैटर्न प्रशंसकों के लिए नया नहीं था। आरसीबी ने आईपीएल 2025 में अपने सात में से तीन मैच हारे, और ये तीनों हार उनके घरेलू मैदान चिन्नास्वामी में थीं। यह एक तरह का अभिशाप बन चुका है, जहां आरसीबी अपने घर में जीत के लिए जूझती नजर आती है।
लेकिन इस बार कहानी पूरी तरह निराशाजनक नहीं थी। टिम डेविड ने 26 गेंदों में 50 रनों की शानदार पारी खेलकर आरसीबी को 95/9 तक पहुंचाया। यह स्कोर भले ही छोटा था, लेकिन उस स्थिति से उबरना अपने आप में बड़ी बात थी। पंजाब किंग्स की ओर से अर्शदीप सिंह, युजवेंद्र चहल और मार्को जेनसन ने शानदार गेंदबाजी की। जवाब में पंजाब ने 96 रनों का लक्ष्य 12.1 ओवर में हासिल कर लिया, जिसमें नेहल वढेरा की 19 गेंदों में नाबाद 33 रनों की पारी अहम रही। आरसीबी के जोश हेजलवुड ने 3/14 के शानदार आंकड़े दिए, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था।
'विंटेज आरसीबी' का ट्रेंड सिर्फ हार के बारे में नहीं था; यह उस उम्मीद और निराशा का मिश्रण था, जो आरसीबी के प्रशंसक सालों से महसूस करते आए हैं। चिन्नास्वामी में हार का यह सिलसिला प्रशंसकों के लिए एक रहस्य बन चुका है। क्या यह मानसिक रुकावट है, पिच को समझने में नाकामी, या महज एक संयोग? जवाब कोई भी हो, आरसीबी का यह प्रदर्शन चर्चा का विषय बना रहा।
इस हार के बावजूद, आरसीबी के पास आठ अंक थे और वे पॉइंट्स टेबल में चौथे स्थान पर थे, जो उनकी प्रतिस्पर्धी स्थिति को दर्शाता है। लेकिन चिन्नास्वामी में जीत की तलाश अभी जारी है। क्या अगले मैच में आरसीबी इस अभिशाप को तोड़ पाएगी? यह देखना रोमांचक होगा।[]
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